Venus Transit 2021: शुक्र गोचरफल | How will it affect the Zodiac Signs | Venus Transit Date and Time 2021
Check out the effects of this Venus Transit 2021 and the date & timings of this Venus Transit in 2021. Venus Transit is also known as Shukra Gochar and we bring you the effects that it might have on all Zodiac Signs or if may turn out to be auspicious for some Zodiac Sign. A Venus transit also known as शुक्र गोचरफल is a phenomenon in which the planet Venus passes like a small shadow across the face of the Sun.
Venus transit | शुक्र गोचरफल 2021 | Venus transit Date and Time 2021
गोचर में शुक्र चंद्र लग्न से प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, पंचम, अष्टम, नवम, एकादश और द्वादश भाव में शुभ फल करता है। शेष भावों में इसका फल सामान्य व अशुभ होता है। शुक्र का गोचर क्या लेकर आ रहा है आपके लिए ख़ास सौगात! जानें शुक्र ग्रह के गोचर का प्रभाव और बनाए अपने आने वाले कल की सफल योजनाएँ।
मीन राशी / Pisces
शुक्र चंद्र लग्न में जब गोचररवश आता है तब सुख और धन की प्राप्ति तथा शत्रु का नाश होता हैं, परंतु जातक कुछ दुराचार भी करता है। विद्या में सफलता प्राप्त होती है। सब प्रकार के आमोद-प्रमोद और वैभव विलास प्राप्त होते हैं। सत्याता की ओर झुकाव बढ़ता है व्यापार में वृद्धि होती है। मेष राशी / Aries
शुक्र चंद्र लग्न से द्वितीय भाव में गोचरवश जब आता तब धन की प्राप्ति होती है। जातक स्वास्थ रहता है। जातक नवीन वस्त्र तथा आभूषण प्राप्त करता है। जातक को उत्तम स्त्री सुख मिलता है राज्य की ओर से जातक का मान बढ़ता है। विद्या में जातक उन्नति प्राप्त करता है।
वृषभ राशी / Taurus
शुक्र चंद्र लग्न से तृतीय भाव में गोचरवश आता है तब जातक के मित्रों की वृद्धि होती है। जातक को धनलाभ होता है। जातक को नौकरों का सुख मिलता है। जातक की मान व प्रतिष्ठ में वृद्धि होती है। भाई व बहन का सुख बढ़ता है। भाई व बहन का सुख बढ़ता है। धर्म में जातक की रूचि बढ़ती है। धर्म में जातक की रूचि बढ़ती है।
मिथुन राशी / Gemini
शुक्र चंद्र लग्न से चतुर्थ भाव में गोचरवश जब आता है तो जातक की मनोकामनाएं पूर्ण होती है और जातक को धन की प्राप्ति होती है। जातक को सुख व ऐशो आराम के साधन प्राप्त होते हैं। संबंधियों से जातक को सहायता प्राप्त होती है।
कर्क राशी / Cancer
शुक्र चंद्र से पांचवे भाव में गोचर वश जाता है तो जातक को संतान से सुख की प्राप्ति होती है। जातक को धन लाभ होता है एवं उसका मान सम्मान व प्रतिष्ठा बढ़ती है। मांगलिक कार्य व शुभ समाचार जातक को उत्साहित करते हैं।
सिंह राशी / Leo
शुक्र चंद्र लग्न से छठे भाव में गोचरवश आने से जातक को विरोधियों व आलोचकों से कष्ट प्राप्त होता है। यात्रा कष्टमय होती है एवं शय्या सुख में कमी आती है।
कन्या राशी / Virgo
शुक्र चंद्र लग्न से सातवें भाव में गोचरवश आने से जातक के अपमानित होने का भय रहता है। बड़े परिश्रम से जातक आजीविका निर्वाह करता है। जातक को यात्राएं अधिक करनी पड़ती है। जातक का पत्नि से व्यर्थ विवाद होने से मन अशांत होता है।
तुला राशी / Libra
शुक्र चंद्र लग्न से आठवें भाव में जब गोचरवश आता है तब जातक को धन की प्राप्ति होती है। जातक सुख, ऐश्वर्य एवं धन प्राप्त करता है। विद्या एवं कला में जातक की रूचि बढ़ती है।
वृश्चिक राशी / Scorpius
शुक्र चंद्र लग्न से नवम भाव में जब गोचरवश आता है तो जातक को भाग्यशाली बनाता है। उत्तम वस्त्र तथा आभूषणों की प्राप्ति से जातक प्रसन्न रहता है। धनलाभ व सफलता जातक को उत्साहित करती है। घर में मांगलिक तथा धार्मिक उत्सव होते हैं। स्त्री द्वारा जातक के भाग्य में वृद्धि होती है।
धनु राशी / Sagittarius
शुक्र चंद्र लग्न से दशम भाव में गोचरवश आया हो तो जातक को शारीरिक कष्ट व मानसिक चिंता होती है। धन की हानि या व्यय से जातक चिंतित व परेशान रहता है। कार्य व व्यवसाय में प्रायः जातक को रूकावटें आती हैं।
मकर राशी / Capricorn
शुक्र चंद्र लग्न से एकादश भाव में जब गोचरवश आता है तब जातक को धनलाभ होता है। जातक को सभी कार्यो में सफलता मिलती है। स्त्री संबंधित सुखों में वृद्धि होती है। जातक प्रसन्नचित रहता है। मित्रों का पूर्ण सहयोग जातक को प्राप्त होता है।
कुंभ राशी / Aquarius
शुक्र चंद्र लग्न से बारहवें भाव में जब गोचरवश आता है तो जातक को धन, अन्न तथा विलास के पदार्थों की प्राप्ति होती है। जातक का धन बढ़ता है, उसका व्यय भी उसी अनुपात में बड़ा रहता है।
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